मध्य प्रदेश में लॉकडाउन / शॉपिंग माल, धार्मिक स्थल, स्कूल-कॉलेज बंद करने का सुझाव देगा राज्य, आज केंद्र सरकार को भेजी जाएगी अनुशंसा

मध्य प्रदेश में लॉकडाउन खुलने के बाद भी शॉपिंग मॉल, धार्मिक स्थल और स्कूल-कॉलेज को एक माह और बंद रखा जा सकता है। इसके साथ ही सब्जी और किराना समेत कुछ दुकानों को भी आंशिक रूप से खोलने की अनुमति दी जाएगी। सार्वजनिक रूप से ऐसे आयोजन पर पाबंदी रहेगी जहां ज्यादा लोग एकत्रित हो सकते हैं। प्रधानमंत्री के निर्देश पर सभी राज्यों के साथ मध्य प्रदेश में भी अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान की अध्यक्षता में गठित कमेटी ने बुधवार को रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंप दी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज इस रिपोर्ट को अंतिम रूप देंगे। इसके बाद रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेजी जाएगी।


रिपोर्ट में मध्य प्रदेश ने अपने सुझाव में शामिल किया है कि कोरोना प्रभावित जिलों में कहां और कितनी दुकानों को खोलने की अनुमति दी जानी चाहिए। उन दुकानों को ही शुरुआत में खोला जाए, जिससे सबसे ज्यादा आवश्यकता हो। परिवहन व्यवस्था को किस स्तर पर लागू किया जाए। सुझाव यह भी शामिल करेगा कि इंटर डिस्ट्रिक और इंटर स्टेट ट्रांसपोर्टेशन को कुछ दिन और रोका जा सकता है क्या?


प्रशासन का दावा-  भोपाल में 3 लाख से अधिक लोगों का सर्वे, 80 संदिग्ध
कलेक्टर और डीआईजी द्वारा क्रॉस चेक के लिए दिए गए सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव आई है। जिले के यह दोनों अधिकारी 24 घंटे सक्रिय रहकर कार्य कर रहे है और लगातार भ्रमण कर रहे हैं। दोनों अधिकारी लगातार लोगों से मिलते हैं। कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने बताया कि भोपाल में पहला कोरोना संक्रमित मिलने के साथ ही उस क्षेत्र को कंटेंटमेंट क्षेत्र घोषित किया गया था और आज तक 80 से अधिक कैंटोनमेंट क्षेत्र बनाए गए हैं। यहां पर आवाजाही को पूरी तरह से रोका गया है, वहीं 650 से अधिक टीमें सर्वे कर रही हैं। आज तक 3 लाख से अधिक लोगों का सर्वे किया जा चुका है।


भोपाल में अब तक 1200 से अधिक सैंपल लिए गए : कलेक्टर 


कोरोना संक्रमण जांच के लिए अब तक 1200 से अधिक सैंपल लिए जा चुके हैं। इसमें 94 लोग ही पॉजिटिव पाए गए हैं। कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने दावा किया है कि आम जनता में किसी प्रकार से संक्रमण फैलने की कोई सूचना नहीं है। तीन लाख लोगों के सर्वे में केवल 80 लोग ऐसे हैं, जो संदिग्ध हैं, इनके सैंपल लेकर भेजे जा रहे हैं। ये सभी होम क्वारैंटाइन किए गए हैं। अब तक 15 से अधिक कैंटोनमेंट क्षेत्र का सर्वे पूरा हो गया है। 


स्वास्थ्य अधिकारियों-कर्मचारियों की काॅन्टैक्ट हिस्ट्री मिलने पर तय होगी जिम्मेदारी


स्वास्थ्य आयुक्त फैज अहमद किदवई ने कहा है कि स्वास्थ्य संचालनालय में अधिकारियों-कर्मचारियों के बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमण से प्रभावित होने के कारणों की जांच की जा रही है। उनकी कॉन्टैक्ट हिस्ट्री और चेन की पड़ताल जिला प्रशासन से करा रहे हैं। निर्धारित प्रोटोकाल के अनुसार जानकारी प्राप्त होने पर ही आवश्यक कार्यवाई की जाएगी। स्वास्थ्य आयुक्त ने कहा कि परस्पर संपर्क से ही कोरोना संक्रमण का विस्तार होता है। प्रभावित लोग किन लोगों से किस क्रम में मिले और यह कहां से शुरू हुआ, इसकी ट्रेसिंग जरूरी है। जब तक संबंधित व्यक्ति स्वयं के संपर्कों की चेन का ब्यौरा, कॉन्टैक्ट हिस्ट्री नहीं देंगे, तब तक निश्चित रूप से कुछ कह पाना कठिन है।