कोरोनावायरस का कहर कम होने का नाम नहीं ले रहा है। 3 दिनों के अंदर विदिशा जिले में बुधवार रात को कोरोना पाॅजिटिव दूसरा मरीज मिला है। सबसे पहला सिरोंज और दूसरा मरीज गंजबासौदा का रहने वाला है। इसका परिवार गंजबासौदा में मकबरा मस्जिद के पास रहता है। लड़की की उम्र 8 साल बताई जा रही है। वो भी दिल्ली से आए जमातियों के संपर्क में आई थी। 22 मार्च को दिल्ली से आई 10 लोगों की जमात इसी परिवार में रुकी थी। नगर में कर्फ्यू लगा दिया गया, जिसके चलते दूध और दवाई की दुकानें ही खुली रहेंगी।
बताया गया कि 5 महिलाएं बारदाना कारोबारी के घर पर ठहरी थीं। 5 अन्य पुरुष जमाती मकबरा मस्जिद में ठहरे थे जो कि इसी इलाके के वार्ड नंबर 16 में स्थित है। पहले जो कोरोना पॉजिटिव जिले में मिला था वह भी उनका ही रिश्तेदार है और मकबरा मस्जिद इलाके में ही रहता है।
3 दिन पहले सिरोंज में भी मिला था कोरोना पॉजिटिव
3 दिन पहले 6 अप्रैल सोमवार को सिरोंज में भी एक कोरोना पॉजिटिव मिला था। 29 वर्षीय युवक असम से आई 10 लोगों की जमात में शामिल था। प्रशासन ने जमात में शामिल सभी 10 लोगों को रात में ही विदिशा रेफर किया था । विदिशा से युवक को भोपाल के चिरायु अस्पताल भेजा गया था। जमात में शामिल अन्य 9 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। जमात के लोगों के संपर्क में आये 34 लोगों को सिरोंज में ही क्वॉरेंटाइन किया गया है।
बुधवार की रात में ही आई थी पॅाजिटिव रिपोर्ट
सीएमएचओ डाॅ. केएस अहिरवार ने बताया कि कोरोना का दूसरा पाजिटिव मरीज गंजबासौदा में मिला है। इस मरीज की जांच रिपोर्ट बुधवार देर रात को ही लैब आई थी। जांच रिपोर्ट से ही कोरोना पाजिटिव मरीज का खुलासा हुआ है। मरीज को इलाज के लिए रात में ही विदिशा अथवा भोपाल शिफ्ट करने की तैयारी चलती रही। उसके संपर्क में आए सभी लोगों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। पूरे इलाके में सतर्कता के लिहाज से एहतियात बरता जा रहा है।
जिले में 126 मरीजों की रिपोर्ट अभी आना है बाकी
स्वास्थ्य विभाग ने बुधवार को एक दिन में सर्वाधिक 49 कोरोना संदिग्ध मरीजों के सैंपल लेकर जांच के लिए लैब में भेजा है। अब तक कुल 227 मरीजों के सेंपल जांच के लिए भेजे जा चुके हैं। इनमें से 100 मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है। 126 मरीजों की रिपोर्ट अभी भी आना बाकी है। 3 दिन पहले 6 अप्रैल सोमवार को सिरोंज में असम का 1 जमाती कोरोना पाजिटिव मिला था। उसे इलाज के लिए भोपाल भेज दिया गया था।
सरकारी अस्पताल में नहीं है एक भी वेंटीलेटर, प्राइवेट में एक मौजूद
सीएमएचओ डाॅ. केएस अहिरवार ने बताया कि जिला अस्पताल में एक भी वेंटीलेटर की सुविधा उपलब्ध नहीं है। शहर के प्राइवेट अस्पतालों में वैसे तो 5 वेंटीलेटर मौजूद हैं लेकिन उनमें से केवल एक वेंटीलेटर ही चालू है। जरूरत के समय सरकारी अस्पताल में एक भी वेंटीलेटर की सुविधा उपलब्ध नहीं होना काफी चिंताजनक है। हालांकि सीएमएचओ डाॅ. केएस अहिरवार का कहना है कि प्राइवेट अस्पताल का वेंटीलेटर सरकारी अस्पताल में लगा दिया गया है। अब तक कुल 21294 मरीजों को होम क्वारंटीन पर रखा गया है।